हार्ट डिजीज होने या इससे बचने के लिए कौन सा तेल खाना चाहिए? यह एक ऐसा सवाल है जिसका जवाब अगर आप नहीं जानते हैं, तो अपने लिए जानलेवा स्थिति को पैदा कर रहे हैं.
हालांकि कुछ लोग ऑयल फ्री कुकिंग को सेहत के लिए ज्यादा अच्छा मानते हैं, लेकिन वास्तव में तेल बॉडी फंक्शन को सपोर्ट करने का काम करता है.
ऑलिव ऑयल
एनआईएच की रिपोर्ट के अनुसार, ऑलिव ऑयल में हेल्दी फैट्स होते हैं, जिसके सेवन से कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल रखने में मदद मिलती है और हार्ट डिजीज का रिस्क कम होता है. इसके अलावा इस तेल में एंटीऑक्सीडेंट भी होते हैं, जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से होने वाले कैंसर, डायबिटीज, पार्किंसन और अल्जाइमर डिजीज के जोखिम को कम करते हैं.
सोयाबीन तेल
सोयाबीन में एंटीऑक्सीडेंट, एंटी-इंफ्लेमेटरी के साथ-साथ घाव को भरने वाले गुण भी होते हैं. इसके अलावा इसमें फ्लेवोनॉइड, पॉलीसैचुरेटेड फैटी एसिड और विटामिन मौजूद होते हैं, जो हार्ट संबंधी समस्याओं से बचाव करते हैं.
सूरजमुखी का तेल
सूरजमुखी के तेल में विटामिन ई होता है, जो एक एंटीऑक्सीडेंट है जो दिल के लिए अच्छा होता है. सूरजमुखी का तेल हार्ट डिजीज के जोखिम को कम करने में भी मदद करता है.
कैनोला तेल
कैनोला तेल हाई कोलेस्ट्रॉल लेवल या हार्ट डिजीज से पीड़ित लोगों के लिए सबसे हेल्दी विकल्पों में से एक है. इसमें मौजूद फैट सिरम गंदे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को कम करने में मदद करता है. इससे हार्ट डिजीज का खतरा भी कम होता है.
Disclaimer: प्रिय पाठक, हमारी यह खबर पढ़ने के लिए शुक्रिया. यह खबर आपको केवल जागरूक करने के मकसद से लिखी गई है. हमने इसको लिखने में घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों की मदद ली है. आप कहीं भी कुछ भी अपनी सेहत से जुड़ा पढ़ें तो उसे अपनाने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें.
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